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बंशीधर महोत्सव : सीएम हेमंत सोरेन ने गढ़वा जिले को 183 करोड़ की 27 योजनाओं की दी सौगात

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गढ़वा 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हर वर्ष यहां बंशीधर महोत्सव मनाया जाता है परन्तु विगत कुछ वर्षों से इस महोत्सव को और अधिक भव्य बनाने एवं महोत्सव का पैमाना बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने संकल्प लिया है। अब बंशीधर महोत्सव राजकीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। देश-दुनिया में यह महोत्सव अपना अलग स्थान बनाए, इस निमित्त हमारी सरकार ने इस महोत्सव को राजकीय महोत्सव के रूप में आयोजित करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमसभी लोग इस महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं। इस पावन बेला पर आप सभी को राज्य सरकार की ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं। उक्त बातें मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज गढ़वा जिला स्थित नगरऊंटारी में आयोजित राजकीय बंशीधर महोत्सव-2025 को संबोधित करते हुए कही।
राज्य वासियों के उत्थान तथा विकासात्मक कार्यों की रूपरेखा हो रही तैयार
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में हम राज्यवासियों के उत्थान तथा उनके विकास के लिए क्या-क्या कार्य करेंगे, इसकी रूपरेखा तैयार हो रही है। इन कार्यों का बजटीय उपबंध विधान सभा सत्र के माध्यम से पारित कर राज्य सरकार अपना कार्य शुरू करेगी, इस निमित्त विधान सभा सत्र आहूत की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके इस मैदान में मैं पहली बार नहीं आया हूं, कई बार आया हूं। मैं आप लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं, हाथ जोड़कर नमन करता हूं, कि आप लोगों ने हमें कभी निराश नहीं किया। आज आशीर्वाद के रूप में आप लोगों ने सरकार को मजबूत करने के लिए, अपने बंशीधर नगर और पलामू प्रमंडल को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार के पक्ष में दो-दो विधायक चुनकर दिए हैं।


राज्य सरकार ने झारखंड की नारी शक्ति को दिया सम्मान
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आधी आबादी को उनके पैरों पर खड़ा करने हेतु ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए इस राज्य की सभी महिलाओं को हमने सम्मान राशि देने का काम किया है। देश के 28 राज्यों में नारी शक्ति को सबसे अधिक सम्मान देने का काम झारखंड में किया जाता है, वह भी राज्य सरकार के द्वारा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम कहते नहीं हैं, हम करके दिखाने वाले लोग हैं। हमने चुनाव से पहले जो वादा किया, सरकार बनते ही उस वादा को पूर्ण करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे तकलीफ भी होती है कि इतना मन लगाकर कार्य करने के बावजूद कुछ असामाजिक तत्व हमारे कार्यों में व्यवधान डालते हैं। हमें कार्य करने से रोकते हैं एवं झूठा आरोप लगाकर हमें परेशान किया जाता है। इन लोगों को अच्छा कार्य पसंद नहीं है।
जल संकट से उबरेगा पलामू प्रमंडल
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि पलामू प्रमंडल पानी के लिए हमेशा तरसता रहा है। यह शैडो जोन में आता है, गर्मी यहां अधिक पड़ती है। किसान पानी की बूंद के लिए तरसते रहते हैं, लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं हो पाती है, इसके लिए आप लोग चिंता ना करें। पूर्व के अपने शासनकाल में हमने इस क्षेत्र के गांव, खेत और किसानों तक पानी पहुंचाने के एक संकल्प लिया था, उसके तहत हम लोगों ने कनहर परियोजना का शुभारंभ किया था। लगभग 1200 करोड़ रुपए की यह योजना आने वाले 6 से 8 महीने में पूर्ण होने जा रही है, जो यहां के किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने का कार्य करेगी।
हमारी मजदूरी का हिस्सा आपने अपने आशीर्वाद के रूप में दिया
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार रांची हेडक्वार्टर से चलने वाली सरकार नहीं है। हमारी सरकार राज्य के गांव-गांव से चलने वाली सरकार है। यह जनता की सरकार है। जनता के दुःख, तकलीफ उनके आंसुओं को पोछने का हम हमेशा से प्रयास करते रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग पिछले दिनों आपके बीच आप सभी लोगों का आशीर्वाद पाने के लिए आए थे, तब मैंने कहा था हमने आप लोगों के लिए पूरे 5 साल मजदूरी की है, इसके लिए मुझे जेल भी जाना पड़ा है, इसलिए आप लोगों से हमें हमारी मजदूरी का हिस्सा मिलना चाहिए और आप सभी ने हमें हमारी मजदूरी का हिस्सा राज्य में एक मजबूत सरकार के गठन करने के रूप में दिया है। आप सभी का आशीर्वाद हमें सदैव प्राप्त होता रहा है, मुझे विश्वास है कि यही स्नेह और प्यार आने वाले समय में भी आप सभी लोग हमें देंगे।


प्रत्येक सेक्टर में प्रतिबद्धता के साथ हो रहा है कार्य
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि पहले इस प्रमंडल में बिजली नहीं मिल पाती थी। वर्ष 2013-14 में जब हम पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, उस समय पलामू प्रमंडल को बिजली से जोड़ने का काम किया था तो वह मेरे मुख्यमंत्रित्व काल में ही किया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आधारभूत संरचना की बात करें तो हर ओर सड़क का निर्माण हो रहा है, उससे लोगों का आवागमन हो रहा है। कनेक्टिविटी तेजी से बढ़ रही है। विगत 5 वर्षों में यहां जो बदलाव देखने को मिला, वह राज्य अलग होने के 20 से 22 साल तक देखने को नहीं मिला था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक सेक्टर में राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों को पर्यटन के रूप में विकसित किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने बंशीधर महोत्सव को राजकीय महोत्सव बनाया। इसी तरह पलामू प्रमंडल में हम लोगों ने आदिवासी भाइयों के दुबिया खांड मेला को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया है। अब इस राज्य में ऐसे सभी धार्मिक स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भावी योजना बनाने की तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गठन के बाद हम लोगों ने कलम चलाना प्रारंभ किया है, अभी इसे जमीन में उतरना बाकी है। आप सभी का आशीर्वाद और सहयोग यूं ही बना रहा तो विगत 5 साल में जो गति विकास को दिया गया है, उस गति को 100 गुना बढ़ाने का मैं वादा करता हूं। यहां की जो भी चिर-परिचित मांगे हैं, उन सभी मांगों का समाधान करने का कार्य राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सरकार गठन के बाद पहला सत्र हम लोग चला रहे हैं, इसके बाद सरकार आपके द्वार आएगी। आपकी समस्या का समाधान आपके दरवाजे पर करने का कार्य करेगी। एक बार पुनः मैं अपनी ओर से बंशीधर महोत्सव की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं।
8 योजनाओं का शिलान्यास, 19 योजनाओं का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 45 करोड़ 88 लाख 57 हज़ार रुपए की लागत से 8 योजनाओं की आधारशिला रखी। वहीं, 136 करोड़ 84 लाख 51 हज़ार रुपए की लागत की 19 योजनाओं का उद्घाटन किया। जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन संपन्न हुआ, उनमें भंडरिया, रंका, धुरकी, चिनियाँ, रमकंडा और गढ़वा में मल्टीपरपस इनडोर स्टेडियम का निर्माण सहित स्वास्थ्य तथा पथ निर्माण विभाग की विभिन्न 19 योजनाएं शामिल हैं। इस अवसर पर विधायक अनंत प्रताप देव, विधायक कल्पना सोरेन, विधायक नरेश प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, आईजी पलामू सुनील भास्कर, डीआईजी वाई. एस रमेश और जिले के उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक समेत जिला प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

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